Thursday 20 December 2012

मैं..............

पैदा हुआ तो लोग खुशी मनाने आये ..
जब मौत हूई तो लोग संत्वना देने आये
दोनों में अंतर ढूँढ़ रहा था?
पैदा होने में चेतना थी,
मरने पर वह चेतना र्निजीव थी।
बस दोंनो ही स्थिति मेरे पास, 
मैं... की स्थिति भिन्न थी...

जब समय था, तो लोगों ने समझा नहीं..
जब समय छूटा, तो लोग समझने आये ..
दोनों ही स्थिति ....मैं.... भिन्न था...
एक स्थिति मैं... अपने परिवार को बनाने में लगा था ...
दूसरी स्थिति मेरा... परिवार मुझे संभालेन में लगा था.
एक मैं.... आपनों को कंधा देता था।
दूसरे मैं .....उन के कंधो के इंतजार में था....


मैं दोंनो ही स्थिति में भिन्न था.....

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